प्रखंड में पीएचईडी विभाग की उदासीनता के कारण सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है। क्षेत्र में इन दिनों पेयजल संकट आमलोगों के लिए विकट समस्या है। विभाग की शिथिलता के कारण अधिकांश ग्रामीण नल जल योजना से वंचित हैं। इस कड़ी में शुक्रवार को रामचुआ पंचायत के बालाचक गोयड़ा में पिछले कई माह से पेयजल समस्या से जूझ रहे मांझी बस्ती के ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया । प्रर्दशन का नेतृत्व कर रहे कामरेड रणवीर कुशवाहा , दुकान मांझी , गोलू मांझी , निर्मला देवी , सीता देवी सहित अन्य ने बताया कि गांव में दो दर्जन मांझी के अलावा रविदास इत्यादि करीब सौ से भी अधिक की आबादी है। यहां आज तक नल जल योजना का कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। बताया कि दूसरे पंचायत से किसी तरह नल जल का पानी नसीब होता है। वह भी पिछले दो माह से बंद है।

जिसका परिणाम है कि ग्रामीण पानी पीने के लिए तरस रहा है। बताया कि मार्च माह में ही जल स्तर खिसकने लगी है। यदि पेयजल का मुकम्मल व्यवस्था नहीं होता है तो बांकि के तीन माह कैसे कटेगा । आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया कि यदि अविलंब समस्या समाधान नहीं होता है तो प्रखंड मुख्यालय का घेराव होगा । इस संबंध में पीएचईडी विभाग के कनीय अभियंता रमेश कुमार ने बताया कि समस्या समाधान के लिए प्रयासरत हैं। एक दिन पहले पानी के लिए गढ़ी कुर्मा के ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया था ।